
नेट की दुनिया पर राज करने वाली कंपनी गूगल के को फाउंडर लैरी पेज की जिन्होंने सर जी प्रिंट के साथ मिलकर गूगल जैसी सर्च इंजन बनाई और इस खोज के जरिए उन्होंने हमारी जिंदगी कितनी आसान कर दी यह तो हम सब जानते ही हैं गूगल आज के समय में दुनिया की सबसे सफल कंपनियों में से एक है और यही वजह है कि लैरी पेज आज दुनिया के चौथे नंबर पर सबसे अमीर व्यक्ति हैं
Bio/Wiki
अगर इनके नेटवर्क की बात करें तो 2022 में नेटवर्क हो चुकी है 990000 करोड़पति बन चुके हैं और आपको इसके बारे में बताएंगे आप हमारे चैनल को सब्सक्राइब करें और लाइक करते हैंनेट की दुनिया पर राज करने वाली कंपनी गूगल के को फाउंडर लैरी पेज की जिन्होंने सर जी प्रिंट के साथ मिलकर गूगल जैसी सर्च इंजन बनाई और इस खोज के जरिए उन्होंने हमारी जिंदगी कितनी आसान कर दी यह तो हम सब जानते ही हैं गूगल आज के समय में दुनिया की सबसे सफल कंपनियों में से एक है और यही वजह है

Birth Name
कि लैरी पेज आज दुनिया के चौथे नंबर पर सबसे अमीर व्यक्ति है अगर इनकी नेटवर्क की बात करें तो 2022 में नेटवर्क हो चुकी है 990000 करोड़पति बन चुके हैं और आपको इसके बारे में बताएंगे आप हमारे चैनल को सब्सक्राइब करें और लाइक करते हैं पर भी दोनों ही नहीं कि स्टेट यूनिवर्सिटी में कंप्यूटर साइंस के प्रोफेसर थे लहरी बताते हैं कि उनके घर पर आमतौर पर कंप्यूटर साइंस से रिलेटेड मैगजींस और गैजेट्स बिखरे हुए रहते थे और इसी इन्वायरमेंट में पले बढ़े होने की वजह से लहरी को बचपन से ही कंप्यूटर की कॉपी नॉलेज आ गई इन्होंने बात छोटी उम्र से ही Queen Elizabeth Biography चीजों को खोलकर समझना शुरू कर दिया वे जानना चाहते थे
Personal Life
कि आखिर कोई भी चीज काम कैसे करती है इन्होंने अपने कैंटीन में बताएं कि मैंने बहुत ही कम उम्र से यह महसूस कर लिया था कि मैं चीजें इन्वेंट करना चाहता हूं और जब मैं 12 साल के आसपास का था तभी मैंने सोच लिया था कि मैं एक बिजनेसमैन बनूंगा जिसके बाद ही मुझे बिजनेस वर्ल्ड की बातों को जानने की दिलचस्पी होने लगी लैरी पेज की शुरुआती पढ़ाई स्कूल से हुई इसके बाद उन्होंने पूरी कीपर भी दोनों ही नहीं कि स्टेट यूनिवर्सिटी में कंप्यूटर साइंस के प्रोफेसर थे लहरी बताते हैं
Favourite Things
कि उनके घर पर आमतौर पर कंप्यूटर साइंस से रिलेटेड मैगजींस और गैजेट्स बिखरे हुए रहते थे और इसी इन्वायरमेंट में पहले बड़े होने की वजह से लहरी को बचपन से ही कंप्यूटर की कॉपी नॉलेज आ गई इन्होंने बात छोटी उम्र से ही चीजों को खोलकर समझना शुरू कर दिया वे जानना चाहते थे कि आखिर कोई भी चीज काम कैसे करती है इन्होंने अपने कैंटीन में बताएं कि मैंने बहुत ही कम उम्र से यह महसूस कर लिया था कि मैं चीजें इन्वेंट करना चाहता हूं और जब मैं 12 साल के आसपास का था तभी मैंने सोच लिया था

Relationships & More
कि मैं एक बिजनेसमैन बनूंगा जिसके बाद ही मुझे बिजनेस वर्ल्ड की बातों को जानने की दिलचस्पी होने लगी लैरी पेज की शुरुआती पढ़ाई स्कूल से हुई इसके बाद उन्होंने पूरी की चीन की खोज में लग गए जिससे सभी वेबसाइट को एक साथ लिंक किया जा सके और उनकी पापुलैरिटी के आधार पर उनके पे जिसको रैंकिंग दी जा सके अगले 4 साल तक दिन-रात एक कर इन्होंने जबरदस्त रिसर्च की और आखिरकार सितंबर 1996 में अलार्म को खोजने में सफल हो गए दूसरे का नाम नंबर से लिया गया है जिसका मतलब होता है
Family
कि 1 अंक के आगे 90 और हां पहली बार जिस गूगल को लांच किया गया था वह स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी की वेबसाइट पर अभी भी अवेलेबल है आगे चलकर अपने परिवार दोस्तों और इन्वेस्टर थे $1000000 का लोन लेकर लहरी ओरिजिनल कंपनी की शुरुआत दुनिया यहां से और उनके साथी ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और फिर अगले कुछ सालों बाद में गूगल का मार्केट में उतारा गया जहां पर लोगों ने जमकर किया और धीरे-धीरे इंटरनेट की दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी बन गई और गूगल को बनाने वाले लैरी पेज और सर जी बन गए मार्केट में उतारा गया जहां पर लोगों ने जमकर किया
Income
धीरे-धीरे इंटरनेट की दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी बन गई और सर बन गए वीडियो लाइब्रेरी यूट्यूब को भी खरीद लिया इसके अलावा 30 अप्रैल 2009 को गूगल द्वारा ही पहला एंड्रॉयड ऑपरेटिंग सिस्टम लॉन्च किया गया जो इस समय दुनिया भर के अरबों खरबों मोबाइल फोन पर छाया हुआ है गूगल सर्च इंजन और यूट्यूब के अलावा भी जीमेल गूगल ट्रांसलेट गूगल प्लस गूगल क्रोम और गूगल मैप जैसी 52 से भी ज्यादा प्रोडक्ट गूगल के पास अवेलेबल है